राजू विश्वकर्मा |
मै राजू विश्वकर्मा उम्र 28 वर्ष पिता स्व0 रामदेव विश्वकर्मा ग्राम डेवटन पंचायत खेरसान पोस्ट कहुवाई थाना गांवा जिला गिरिडीह झारखण्ड का मूल निवासी हु! और हम वर्तमान में मजदूरी करते है मेरा हँसता खेलता परिवार मेरे साले और सास ने बर्बाद कर दिया है |
मेरी घटना यह है की मेरा विवाह हिन्दू रीती रिवाज से कोडरमा जिला के मरकच्चो प्रखंड के नावाडीह-2 निवासी स्व0 सरयू विश्वकर्मा की पुत्री रेखा देवी से हिन्दू रीती रिवाज से 10 फरवरी 2010 को हुआ था, शादी के बाद हम दोनों पति पत्नी खुश थे, हमारे बीच छोटी छोटी बातो पर कभी कभी नोक झोक होता था इस दौरान हमने अपने दाम्पत्य जीवन का एक लम्बा सफ़र तय किया इस बीच हमें चार बच्चे हुए जिसमे दो की मृत्यु हो गई, और दो है एक मेरी बेटी 1 पूजा कुमारी, उम्र 8 वर्ष 2 रिया कुमारी उम्र 3 वर्ष है!
हम पूरी तरह खुशाहाल थे, और पति पत्नी बीच किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं था, हम अपने ससुराल के पास ही अपना दूकान ग्रिल दुकान दिए हुए थे जिसमें मेरा जेनरेटर, ड्रिल,वेल्डिंग मशीन, इत्यादि के साथ पलंग, इनवर्टर, और घर का सारा सामान के साथ वही पर रह रहे थे और अपनी पत्नी को वही रख रहे थे, कुछ दिन बाद हम वहा से अपने घर चले आये इस दौरान हम अपना सारा सामान वही छोड़ आये, जिसके कुछ दिन बाद मेरी पत्नी मायके गई, जिसके बाद मै अपनी पत्नी को लाने घर गया, जहा मेरे साले राजू ने हमें अपनी पत्नी को लाने नहीं दिया, हम अपना सामान मांगे परन्तु वह सामान भी देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद हम घर वापस आ गए घर आने के बाद हमने गाँव के लोगो से बात कर के पंचायत करने की बात कही और हमने 12 जून 2014 को एक पंचायत करवाए जिसमे दोनों परिवार को हिदायत दे कर उन्हें रजि ख़ुशी से एक साथ रहने की बात कही गई,
और पंचायत के बाद वो फिर अपने तरफ से पंचायत कारवाई परन्तु फिर भी वो वापस नहीं आई जिसके बाद मेरे साले और मेरी सास ने मेरी पत्नी से जबरन मेरे ऊपर 498(a) के तहत कोडरमा न्यायलय में मुकदम दायर करने से पूर्व अपने वकील से वकालतन नोटिस भेज कर मुकदमा दायर किया, और इस तरह मेरे ससुराल वालो ने मेरी जिन्दगी बर्बाद करने के लिए मुकदमा किया, इसके बाद हम उनलोगों को यह बोलते रहे की आप लोग अपनी दुश्मनी के कारण मेरा घर परिवार बर्बाद कर रहे है, आपको क्या मिलेगा मेरा घर बर्बाद कर के, इस बीच हम अपने समाज के गन मान्य लोगो से बात कर के घर बसाने की बात किये, जिस पर समाज के लोगो ने पहल करवाते हुए 26/03/19 को कोडरमा न्यायलय में 26 मार्च 2019 को दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाया गया और जब लड़की के जाने की बारी आई तो मेरे साला राजू द्वारा अपनी बहन को अपना कसम खिलाया की तुम ससुराल जाएगी तो हम बर्बाद हो जायेंगे उसी के सामन से हम कमाते खाते है!
तुम गई तो हमलोग बेघर और बेरोजगार हो जायेंगे, क्या तुम चाहती है की तुम्हारा भाई बेरोजगार हो जाए तुम्हारा जितना होगा हम पूरा करेंगे, और यह सब बोल कर मेरी पत्नी को कोर्ट से ही भगा कर घर ले गया, जिसके बाद फिर उनलोगों ने फोन कर धमकी दिया की तुमको बर्बाद कर देंगे घर का इट- इट बिकवा देंगे अभी तो तुम चक्कर में पड़े हो अगर तुम मेरी बहन को रखना चाहते हो तो हमें 5 लाख रुपया दो तब हम केस उठा कर अपनी बहन विदा करेंगे, अगर नहीं दिए तो झेलने के लिए तैयार रहना, इस तरह की धमकी से हम काफी परेशान हो गए है,
वही मेरी पत्नी मेरे बिना रहना नहीं चाहती है और वह आये दिन हमें अपने पास ले जाने के लिए गुहार लगाते रहती है और हमें फोन कर के ले जाने की बात कहती है, परन्तु अपने माँ और भाई से डरती है और कहती है अगर हम दोनों भाग भी गए तो कोर्ट में केस रहने की वजह से जेल जाना पड़ेगा और हम आपको जेल जाने देना नहीं चाहते है, दोनों बच्चे का देख भाल फिर कौन करेगा ? मेरी पत्नी कहती है आप जो कुछ कहियेगा हम सब कुछ मामने के लिए तैयार है आपका नहीं मानेंगे तो किसका मानेंगे? हम दोनों के इतने मधुर सम्बन्ध है की दोनों एक दुसरे के बिना एक पल रहना नहीं चाहते है! पर हमारे मधुर रिश्ते में मेरा साला और मेरी सास विलेन बन कर मेरा और मेरे बच्चे के साथ मेरी पत्नी का जीवन ख़राब कर रही है!
हम चाहते है की मेरा घर परिवार बस जाए और हम अपने बच्चो के साथ अच्छे से जीवन व्यतीत कर सके |
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